लखनऊ। गोमतीनगर के विभूतिखण्ड स्थित विशेषखण्ड में गुरुवार रात रोडरेज में कुमांऊ शख्स अजरुन बहादुर की मौत के मामले में शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद परिवारवालों ने सैकड़ों लोगों के साथ पिकअप रोड पर शव रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। कुछ देर बाद विभूतिखण्ड पुलिस ने आरोपित चालक राजेश तिवारी को गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त मार्शल जीप बरामद कर ली। एसपी ट्रांसगोमती दीपिका गर्ग का कहना है कि बरामद जीप गोल्डरश के सुपरवाइजर राजकुमार पाण्डेय की है न की किसी पुलिसकर्मी की। ध्यान रहे कि, गुरुवार को घर के बाहर अजरुन की गाड़ी खड़ी थी, तभी पुलिस का लोगो लगी मार्शल जीप सवार राजेश तिवारी निवासी महमूदाबाद सीतापुर अपनी भाभी (3/92) के घर आया था। नशे में होने के कारण उसकी जीप किनारे खड़ी वेन्चर से टकरा गयी। टक्कर में वेन्चर की हेडलाइट व दरवाजा डैमेज हो गया। आवाज सुनकर बाहर आया अजरुन जीप के सामने खड़ा होकर चालक राजेश से हर्जाना मांगने लगा। इस पर दोनों के बीच विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर राजेश ने दोबारा जीप स्टार्ट कर अजरुन को कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने देर रात मृतक के भाई भीम कुमार की तहरीर पर 304 (गैर इरादतन हत्या) की रिपोर्ट दर्ज कर राजेश की तलाश शुरू की। इधर, शुक्रवार सुबह से ही इलाके में मातम पसरा हुआ था। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर को शव रखकर प्रदर्शन बरामद जीप गोल्डरश के सुपरवाइजर की चालक राजे
परिवारवालों ने रिश्तेदारों व मोहल्लेवालों के साथ पिकअप रोड पर सड़क जाम कर शव रखकर प्रदर्शन किया। जानकारी मिलते ही एसपी ट्रांसगोमती दीपिका गर्ग, एडीएम टीजी देवेन्द्र पाण्डेय, सीओ गोमतीनगर आलोक सिंह विभूतिखण्ड पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि कातिल चालक राजेश की गिरफ्तारी हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाये। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया। दोपहर बाद विभूतिखण्ड पुलिस ने मार्शल जीप सवार राजेश तिवारी को चिनहट स्थित गोल्डरश के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे डीआईजी/एसएसपी के कमाण्ड कार्यालय पर मीडिया के सामने पेश किया। आरोपित राजेश ने बताया कि गुरुवार रात वह भाभी को दवा देने आया था, तभी टक्कर के बाद विवाद हो गया और भागते वक्त अजरुन गाड़ी के नीचे आ गया। हादसे से मैं डर गया और गाड़ी लेकर भाग गया। राजेश ने बताया कि वह भागकर चिनहट में अपने ससुराल चला गया था
परिवारवालों ने रिश्तेदारों व मोहल्लेवालों के साथ पिकअप रोड पर सड़क जाम कर शव रखकर प्रदर्शन किया। जानकारी मिलते ही एसपी ट्रांसगोमती दीपिका गर्ग, एडीएम टीजी देवेन्द्र पाण्डेय, सीओ गोमतीनगर आलोक सिंह विभूतिखण्ड पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग थी कि कातिल चालक राजेश की गिरफ्तारी हो और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाये। पुलिस अधिकारियों ने किसी तरह समझा-बुझाकर लोगों को शांत कराया। दोपहर बाद विभूतिखण्ड पुलिस ने मार्शल जीप सवार राजेश तिवारी को चिनहट स्थित गोल्डरश के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे डीआईजी/एसएसपी के कमाण्ड कार्यालय पर मीडिया के सामने पेश किया। आरोपित राजेश ने बताया कि गुरुवार रात वह भाभी को दवा देने आया था, तभी टक्कर के बाद विवाद हो गया और भागते वक्त अजरुन गाड़ी के नीचे आ गया। हादसे से मैं डर गया और गाड़ी लेकर भाग गया। राजेश ने बताया कि वह भागकर चिनहट में अपने ससुराल चला गया था